भारत में मुग़ल साम्राज्य का इतिहास
Bharat me mughal saamrajya ka itihas in Hindi Language
आइये जानते हैं भारत में मुग़ल साम्राज्य के इतिहास का विस्तृत विवरण
Bharat me mughal saamrajya ka itihas
भारत में मुग़ल काल कब शुरू हुआ?
सन 1206 में भारत में दिल्ली सल्तनत काल की शुरुआत हुई थी! महाराजा पृथ्वीराज चौहान की मृत्यु के बाद दिल्ली पर तुर्को और अफ़ग़ानियों का शासन कायम हो गया था!
कुत्तुबुदीन ऐबक, इल्तुतमिश, बलबन, मोहम्मद शाह तुग़लक़, फ़िरोज़ शाह तुग़लक़ इब्राहिम लोदी जैसे शासको ने दिल्ली सल्तनत काल में दिल्ली पर अपना राज़ कायम किया!
ये भी जरूर पढ़ें:- दिल्ली सल्तनत का इतिहास
पानीपत की पहली लड़ाई और भारत में मुग़ल शासन की नींव
दिल्ली सल्तनत के अंतिम शासक इब्राहिम लोदी और बाबर के बीच भारत के इतिहास में दर्ज़ एक महतवपूर्ण जंग लड़ी गई! इस युद्ध का नाम हैं पानीपत की पहली लड़ाई (1526)
पानीपत के पहले युद्ध (1526) में दिल्ली सल्तनत के अंतिम शासक इब्राहिम लोदी की हार और बाबर की जीत के साथ ही भारत में मुग़लो का शासन शुरू हो गया जो की बक्सर की लड़ाई तक चला!
बक्सर की लड़ाई के बाद भारत पर अंग्रेज़ो का राज कायम हो गया!
प्रमुख मुग़ल शासको की सूचि (Mughal Dynasty)
S.No. | मुग़ल शासक का नाम | शासन काल |
1 | बाबर (Babur) | 1526-1530 |
2 | हुमायूँ (Humayun) | 1530-1540, 1555-1556 |
3 | अकबर (Akbar) | 1556-1605 |
4 | जहाँगीर (Jahangir) | 1605-1627 |
5 | शाहजहाँ (Shahjahan) | 1627-1658 |
6 | औरंगजेब (Aurangzeb) | 1658-1707 |
7 | शाह आलम – I (Shah Alam-I) | 1707-1712 |
8 | जहांदर शाह | 1712-1713 |
9 | फ़र्रुख़ सियर | 1713-1717 |
10 | रफ़ी उद दरजत | 1719 |
11 | रफ़ी उद दौला | 1719 |
12 | मौहम्मद शाह रंगीला | 1719-1748 |
13 | अहमद शाह | 1748-1754 |
14 | आलमगीर पुर | 1754-1759 |
15 | शाह आलम – II | 1759-1806 |
16 | अकबर – II | 1806-1837 |
17 | बहादुर शाह ज़फर | 1837-1857 |
Bharat me mughal saamrajya ka itihas
1) बाबर (Babur)

बाबर ने तैमूर लंग के वंश में जन्म लिया! तैमूर लंग इतिहास के सबसे क्रूर शासको में गिना जाता है! लंगड़ा होने के कारण ही तैमूर का नाम तैमूर लंग पड़ा!
जन्म स्थान | फरगना (उज्बेकिस्तान) |
बाबर का मकबरा | काबुल |
बाबर की जीवनी का नाम | तुजूक-ए-बाबरी (बाबरनामा) |
बाबर द्वारा भारत में लड़े गए प्रमुख युद्ध
Trick to remember fight of Babur (बाबर द्वारा लड़े गए युद्ध को याद करने कि तरकीब)
पिया, खाया, चला, घर पहुंचा और मर गया
साल | युद्ध का नाम | परिणाम |
1526 | पानीपत का पहला युद्ध | बाबर और इब्राहिम लोदी! बाबर ने इब्राहिम लोदी को हरा कर भारत पर मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की |
1527 | खानवा का युद्ध | इस युद्ध में बाबर ने राणा सांगा को हरा दिया |
1528 | चंदेरी की लड़ाई | बाबर ने इस युद्ध में मेदनी राय को हरा दिया |
1529 | घग्गर की लड़ाई | इस युद्ध में बाबर ने मेहमूद लोदी को हरा दिया |
1530 | बाबर की मृत्यु हो गई |
2) हुमायूँ [1530-1540, 1555-56]

जन्म स्थान | काबुल |
हुमायूँ का मकबरा | दिल्ली |
जीवनी | हुमायूँनामा (हुमायूँनामा को हुमायूँ क़ि बहन गुलबदन बेगम ने लिखा था) |
बाबर ने अपनी मृत्यु के बाद अपने बेटे हुमायूँ को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था!
हुमायूँ ने लम्बे समय तक भारत पर शासन नहीं किया पर मुगलो का भारत में अधिपत्य ज़माने में हुमायूँ का बड़ा योगदान रहा!
हुमायूँ द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध
साल | युद्ध | परिणाम |
1539 | चौसा का युद्ध | शेर खान ने हुमायूँ को हरा दिया |
1540 | बिलग्राम/ कन्नौज का युद्ध | शेर खान ने हुमायूँ को हरा दिया |
Note:- 1540 से 1555 तक हुमायूँ को हरा कर शेर शाह सूरी ने दिल्ली के तख़्त पर राज़ किया था
3) अकबर

जन्म स्थान | अमरकोट (गुजरात) |
अकबर का मकबरा | सिकंदराबाद, आगरा |
आत्मकथा | आइन-ए-अकबरी (अकबरनामा) [अकबरनामा को अबुल फज़ल ने लिखा था!] |
हुमायूँ की मृत्यु के बाद हिन्दू राजा हेमू ने दिल्ली पर अपना राज स्थापित करने के लिए चढ़ाई कर दी!
हेमू ने स्वयं को विक्रमादित्य की उपाधि दी!
हुमायूँ की मृत्यु के बाद अकबर मात्र 13 वर्ष की उम्र में दिल्ली का अगला शासक घोषित हो गया! अकबर का असली नाम जलालुदीन मोहम्मद था!
बहरम खान जो की अकबर की सेना का सेना अध्यक्ष था उसकी ही सहायता से अकबर ने कई वर्ष दिल्ली पर शासन किया!
पानीपत का दूसरा युद्ध कब और किसके बीच लड़ा गया?
पानीपत का दूसरा युद्ध हेमू (हेमचन्द्र) और अकबर के बीच लड़ा गया!
चूँकि अकबर की उम्र उस समय मात्र 14 वर्ष थी इसलिए अकबर की सेना की अध्यक्षता अकबर के खास सेनापति बहरम खान ने की थी!
पानीपत के दूसरे युद्ध में अकबर की विजय हुई और हेमू मारा गया! हेमू का असली नाम हेमचन्द्र विक्रम था!
1556 से ले कर 1560 तक अकबर ने बहरम खान की सहायता से दिल्ली पर शासन किया!
अकबर द्वारा लिए गए कुछ प्रमुख निर्णय
1562 | अकबर ने दास प्रथा पर प्रतिबन्ध लगाया! |
1563 | अकबर ने सती प्रथा को बंद किया |
1564 | अकबर ने श्रद्धालुओं पर लगने वाले जज़िया कर को ख़त्म करवाया! |
अकबर ने प्रयाग का नाम बदल कर अलाहबाद करवा दिया! |
Akbar (अकबर) के शासन काल में लड़ी गई प्रमुख लड़ाइयाँ
सन | युद्ध का नाम | किसके बीच लड़ा गया | युद्ध का परीणाम |
1556 | पानीपत का दूसरा युद्ध | अकबर और हेमचन्द्र (हेमू) | अकबर ने हेमू को हराया! |
1560 | तिलवाड़ा का युद्ध | अकबर और बहरम खान | अकबर ने बहरम खान को हराया |
1576 | हल्दीघाटी का युद्ध | अकबर और महाराणा प्रताप | इस युद्ध में अकबर ने महाराणा प्रताप को हराया |
अकबर के दरबार के नौ रत्न कौन थे?(Nine Gems of Akbar)
- बीरबल (महेश दास)
- तानसेन और राम तनु पांडेय
- मान सिंह
- टोडर मल
- अब्दुल फैज़ल
- अब्दुल रहीम खान-ए खाना
- फ़ैज़ी
- मुल्ला दो प्याज़ा
- फ़क़ीर अज़ीउद्दीन
4) जहांगीर

जन्म स्थान | फतेहपुर सिकरी |
जहांगीर का मकबरा | शाहदरा (लाहौर, पाकिस्तान) |
आत्मकथा | तुजुक-ए-जहांगीरी |
जहांगीर के बचपन का नाम सलीम था!
सन 1588 में सलीम की शादी जगत गोसाई/ जोधा बाई से हुई! जोधा बाई मालवाद के राजा उदय सिंह की बेटी थी!
1592 में सलीम के दूसरे बेटे का जन्म हुआ जिसका नाम खुर्रम था जो आगे चल कर शाहजहां बना!
जहांगीर ने मेहरुनिसा से शादी की जिसको जहांगीर द्वारा नूर जहाँ की उपाधि दी गई!
नूर जहाँ की माँ का नाम अस्मत बेगम था! अस्मत बेगम ने ही गुलाब की पंखुड़ियों से इत्र की खोज की!
जहांगीर ने गुरु अर्जन देव की हत्या करवाई और अपने बेटे खुसरो को अँधा करवा दिया
1608 में कप्तान विलियम हॉकिंग्स जहांगीर के दरबार में आया था!
1615 में सर थॉमस रो जहांगीर में दरबार में आया और जहांगीर द्वारा रॉयल फरमान (Royal Farmaan) जारी किया गया जिसके अंतर्गत अंग्रेजो को भारत में व्यापर करने की छूट दी गई!
5) शाहजहाँ

जन्म स्थान | लाहौर, पाकिस्तान |
शाहजहाँ का मकबरा | ताजमहल |
आत्मकथा | शाहजहाँनामा (इनायत खान द्वारा लिखा गयी) |
शाहजहाँ के बचपन का नाम खुर्रम था!
शाहजहाँ और ताजमहल की कहानी
1612 में शाहजहाँ की शादी अर्जुमंद बनो बेगम (मुमताज महल) से हुई!
मुमताज महल की मृत्यु उनके 14वें बेटे के जन्म के समय हो गई !
मुमताज महल की याद में ही शाहजहाँ ने ताजमहल का निर्माण करवाया था!
शाहजहाँ ने 1638 में दिल्ली को राजधानी घोषित किया!
शाहजहाँ द्वारा बनवाई गई 7महतवपूर्ण इमारतें
1) | ताज महल |
2) | शाहजहाँनाबाद (यमुना नदी के किनारे आज के दिल्ली-6 का इलाका, कश्मीरी गेट से ले कर दिल्ली गेट तक) |
3) | जामा मस्जिद |
4) | लाल किला |
5) | दिल्ली गेट |
6) | अजमेरी गेट |
7) | कश्मीरी गेट |
8) | लाहौरी गेट |
6) औरंगज़ेब

जन्म स्थान | दाहोद, गुजरात |
औरंगज़ेब का मकबरा | दौलताबाद महाराष्ट्रा |
औरंगज़ेब की आत्मकथा | आलम गिर नामा |
औरंगज़ेब की शादी दिलरस बानो बेगम (राबिया बीबी) से हुई थी!
राबिया बीबी की याद में ही औरंगज़ेब ने बीबी का मकबरा बनवाया जो की औरंगाबाद महाराष्ट्र में है! बीबी के मकबरे को दूसरा ताजमहल भी कहा जाता है!
1669 में औरंगज़ेब ने निम्नलिखित 3 मुख्य हिन्दू मंदिरो को ध्वस्त करवा दिया!
1) | सोमनाथ मंदिर गुजरात |
2) | काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी |
3) | केशव राय मंदिर मथुरा |
औरंगज़ेब से जुड़ीं अन्य जानकारियाँ
1689 में औरंगज़ेब ने शंभाजी पर आकर्मण किया और उन्हें मार दिया तथा उनकी बीवी येसूबाई और उनके बेटे शाहू जी को बंदी बना लिया !
औरंगज़ेब द्वारा सिखों के 9वें गुरु, गुरु तेग बहादुर की हत्या करवा दी गई!
औरंगज़ेब ने तम्बाकू और शराब के सेवन पर प्रतिबन्ध लगवा दिया था साथ ही औरंगज़ेब द्वारा जुआ खेलना भी प्रतिबंधित करवा दिया गया था!
1679 में औरंगज़ेब ने हिन्दुओ पर लगने वाले कर जज़िया को दुबारा से वसूलना शुरू कर दिया!
औरंगज़ेब ने 1665 में जय सिंह को शिवाजी पर आक्रमण करने के लिए भेजा जिसके बाद जय सिंह और शिवाजी के बीच पुरंदर की संधि (Treaty of Purandar 1665) हुई थी!
जय सिंह द्वारा ही दिल्ली और जयपुर में सौर घड़ी का निर्माण करवाया गया था जिसे जंतर-मंतर के नाम से जाना जाता है